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कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 9 संगतकार – मंगलेश डबराल संगतकार कविता का सारांश :- प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने उन लोगों की चर्चा की है जो कभी प्रसिद्धि का स्वाद नहीं चखते फिर भी निरंतर कार्य करते चले जाते हैं उन्हें कभी… Continue reading Sangatkar- Manglesh Dabral (Sangatkar Class 10 Hindi): 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 8 कन्यादान- ऋतुराज कन्यादान कविता का सार :- प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ऋतुराज ने माँ और बेटी के बिच होने वाले घटना का वर्णन किया है जब एक माँ अपनी बेटी को सादी के बाद बीदा करती… Continue reading कन्यादान कविता – ऋतुराज: 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 6 यह दंतुरित मुसकान एवं फसल – नागार्जुन यह दंतुरित मुसकान एवं फसल कविता का सारांश : यह दंतुरित मुसकान में कवि ने एक बच्चे की मुसकान का बड़ा ही मनमोहक चित्रण किया है। कवि के अनुसार किसी बच्चे की मुसकान में इतनी शक्ति है की वह… Continue reading यह दंतुरित मुसकान एवं फसल – नागार्जुन: 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 4 आत्मकथा- जयसंकर प्रसाद आत्मकथा का सारंश : जयशंकर प्रसाद जी के मित्रो ने उनसे आत्मकथा लिखने का निवेदन किया और जयशंकर जी अपनी आत्मकथा नहीं लिखना चाहते थे। इसीलिए उनके मित्रो के निवेदन का मान रखते हुए प्रसाद जी… Continue reading आत्मकथा- जयसंकर प्रसाद (Atmakatha in Hindi by Jaishankar Prasad): 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 2 राम – लक्ष्मण – परशुराम संवाद राम – लक्ष्मण – परशुराम संवाद का सारांश : प्रस्तुत पंक्तिया रामचरित मानस से ली गई है। जो की सीता जी के स्वयंवर के समय की है। जब श्री राम शिव जी का धनुष… Continue reading राम – लक्ष्मण – परशुराम संवाद (Ram Lakshman Parshuram Samvad in Hindi Class 10): 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 7 छाया मत छूना- गिरिजाकुमार माथुर छाया मत छूना कविता का सारांश : सारांश :- प्रस्तुत पंक्ति “छाया मत छूना” में कवि गिरिजाकुमार माथुर जी ने हमें यह सन्देश देने की कोशिश की है की हमें अपने अतीत के सुखों को याद कर अपने… Continue reading छाया मत छूना- गिरिजाकुमार माथुर (Chaya Mat Chuna Poem in Hindi): 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 5 उत्साह एवं अट नहीं रही है- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला उत्साह एवं अट नहीं रही है सारांश:- उत्साह कविता निराला जी के सबसे पसंदीदा विषय बादल पर रचित है । यह कविता बादल के रूप में आये दो अलग तरह के बदलावों को दर्शन चाहती… Continue reading उत्साह एवं अट नहीं रही है- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला (Suryakant Tripathi Nirala): 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 3 सवैया एवं कवित्त – देव इस सवैये में कृष्ण के राजसी रूप का वर्णन किया गया है। कवि का कहना है कि कृष्ण के पैरों के पायल मधुर धुन सुना रहे हैं। कृष्ण ने कमर में करघनी पहनी… Continue reading सवैया एवं कवित्त – देव (Class 10 Hindi Kshitij Savaiye by Dev Meaning): 2022
कक्षा – 10 ‘अ’ क्षितिज भाग 2 पाठ 1 सूरदास के पद Hindi Kshitij Class 10 Poems Summary – Surdas Ke Dohe in Hindi With Meaning in Hindi : (1) ऊधौ, तुम हौ अति… Continue reading सूरदास के पद- Surdas Ke Pad Class 10: 2022
Have you encountered a snake near your home? What was your immediate reaction? The frightening experience of confronting a snake is beautifully described in D. H Lawrence’s poem, “Snake.” D. H Lawrence personifies a ‘snake’ in his poem, “Snake” with a certain charm. The poem is modern and the natural undertones in the poem fascinate… Continue reading Summary and Analysis of Snake by D.H Lawrence